विवाह एक औपचारिक और कानूनी व्यवस्था है जहां दो व्यक्ति भावनात्मक, सामाजिक और आर्थिक रूप से निर्भर बंधन में एक-दूसरे के प्रति प्रतिबद्ध होकर अपना जीवन व्यतीत करने का निर्णय लेते हैं। इस बंधन से आदर्श रूप से भागीदारों के विकास में मदद करनी चाहिए और एक जोड़े के रूप में बिताए गए जीवन के अलावा व्यक्तिगत रूप से प्रगतिशील और संतोषजनक जीवन जीने के लिए एक दुसरे को मदद करे वह आवश्यक है।
विवाह एक चुनाव है और उसमें एक दुसरे के साथ जुड्ने से पहेले हमें अनुकूलता का मुल्यांकन करते समय खयाल रखना जरुरी है।
विवाह में जब विलंब होता है तो चिंता और सामाजिक दबाव बढना शुरू हो जाता है।
विवाह में देरी के कुछ मूल कारण हो सकते है:
- ज्यादा रिश्ते ना आना
- उम्मीद और योग्यता अनुसार रिश्ते ना आना
- वित्तीय समस्याएं
- दहेज से संबंधित समस्या
- कुंडली दोष/कुंडली ना मिलना
मानवगुरु के अनन्य सरल वास्तु अनुसार जब हर समय विश्व शक्ति हमारे आसपास रहने के बावजूद भी हमारा उससे संपर्क टूट जाता है तो उसे विवाह में देरी का सामना करना पडता है।
क्या यह संभव है…?
- अच्छे रिश्ते आना?
- आपकी उम्मीद और योग्यता अनुसार रिश्ते आना?
- अपने सपने के अनुसार भव्य शादी करने के लिए अपनी वित्तीय समस्याओं को हल करना?
- दहेज से संबंधित समस्या को हल करना?
- कुंडली/पत्रिका दोष दूर करना?
हां, यह निश्चित रुप से संभव है! जब विवाह इच्छुक वर/वधू विश्व शक्ति के संपर्क में आएंगे, उनका विवाह सही समय पर बिना किसी विघ्न के आसानी से हो जाएगा।
विश्व शक्ति क्या है?
सभी धर्म के शास्त्रो में भगवान के बारे में बताया है। वह एक ही है जिसे न तो बनाया जा सकता है और न ही नष्ट हो सकता है। वो पैदा नहीं हुआ और ना कभी उसकी मृत्यु होगी। वो सर्वोच्च है। भगवान हर जगह है लेकिन कोई उसे देख नहीं सकता।
इस विश्व में एक अद्वितीय शक्ति है जिसे हम विश्व शक्ति कहते है। यह विश्व शक्ति भी विश्व में हर जगह मौजूद है लेकिन हम उसे देख नहीं सकते।
भगवान और विश्व शक्ति की विशेषताएं एक जैसी है। फिर हम भगवान को विश्व शक्ति क्यों नहीं कह सकते।
विश्व शक्ति चेतना शक्ति है जो सदा हमारे आसपास रहती है। हम विश्व शक्ति को अलग-अलग नामों से जानते है जैसे कि, ‘प्राणशक्ति’ या फिर ‘वैश्विक ऊर्जा’ आदि।
आप विश्व शक्ति के साथ कहां संपर्क बना सकते है?
विश्व शक्ति के साथ संपर्क स्थापित करने के लिए मंदिर, मस्जिद, चर्च या अन्य किसी भी धार्मिक स्थल पर जाना जरुरी नहीं है। आप जिस स्थानपर ज्यादा से ज्यादा समय व्यतित करते हो वो स्थल महत्वपूर्ण होता है।
हम तकरीबन दिन के 10 से 12 घंटे हमारे घर में और 8 से 10 घंटे हमारे कार्यस्थल पर बिताते है यानी हम दिन के 24 घंटो में से 20 से 22 घंटे अपने घर और कार्यस्थल पर बिताते है इसलिए यह दोनो स्थल विश्व शक्ति से संपर्क बना सकते है।
आप विश्व शक्ति के साथ कैसे संपर्क बना सकते है?
मानव गुरु का अनन्य सरल वास्तु मार्गदर्शन आपको और आपके परिवार को विश्व शक्ति से संपर्क बनाने में मदद करेगा।
वर्ष 2000 से, लाखो परिवार इसका अनुभव ले रहे है और आनंदमय जीवन जी रहे है।
क्या इसका कोई वैज्ञानिक स्पष्टीकरण है?
विश्व शक्ति की विशेष कंपन तरंग होती है। ‘9’ यह अंक विश्व शक्ति का उच्च स्तरीय विशिष्ट कंपन तरंग है। हर व्यक्ति की अपनी उर्जा होती है जिसकी कुछ कंपन तरंग होती है। व्यक्ति जिस स्थान पर रहता है/कार्य करता है उसकी भी अपनी उर्जा होती है जिसकी कुछ कंपन तरंग होती हैं।
जब व्यक्ति और उसके घर/कार्यस्थल की कंपन तरंग विश्व शक्ति की कंपन तरंग के (अर्थात 9) संपर्क में आती है उसके बाद तुरंत ही विश्व शक्ति उस व्यक्ति और घर में संचालित होती है। इसके परिणाम स्वरूप शरीर की अरबों कोशिकाओं को जब जरूरत होती है तब विश्व शक्ति की उन्हें आपुर्ति होती है।
अन्य शब्दो में कहा जाए तो जब विश्व शक्ति व्यक्ति के शरीर में संचालित होती है तब शरीर की अरबों कोशिकाओं को विश्व शक्ति की आपुर्ति होती है और यह शरीर की कोशिकाओं और अंगो को अधिकतम उर्जान्वित और क्रियाशील बनाने मे मदद करती है।
इसके परिणाम स्वरुप व्यक्ति शारीरिक, मानसिक, आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक दृष्टी से 9 से 180 दिनों में सकारात्मक बदलावों का अनुभव करने लगता है।
यह उन्हें उनके विवाह में हो रही देरी की समस्या को हल करने में मदद करेगी और:
- ज्यादा रिश्ते आएंगे
- आपको आपकी उम्मीद और योग्यता अनुसार रिश्ते मिलेंगे
- पैसों की समस्या हल होगी
- दहेज से संबंधित समस्या हल होंगी
- कुंडली/पत्रिका दोष दूर होंगे
- और सिर्फ 9 से 180 दिनों में आपका या आपके बच्चों का गरिमा के साथ एक भव्य समारोह में विवाह हो जाएगा
विश्व शक्ति के संपर्क में आने से व्यक्ति का विवाह सही समय पर होने के लिए और जीवनसाथी के साथ बिना किसी समस्या के खुशहाल जिंदगी जीने में मदद मिलेगी।

अपने अनन्य सरल वास्तु ज्ञान के माध्यम से लाखो परिवारो की जिंदगी में 9 से 180 दिनो मे परिवर्तन लाया है।