विश्व शक्ति के साथ संपर्क बनाकर सुखी वैवाहिक जीवन जिये

विश्व शक्ति के साथ संपर्क बनाकर सुखी वैवाहिक जीवन जिये

एक आदर्श शादी समान लोगों के बीच की साझेदारी है। विवाह केवल उन जोड़ो के बीच नहीं होते हैं जो विश्वास, ईमानदारी और सम्मान के लिए प्रतिबद्ध जीवन बिताने के लिए प्रतिबद्धता का व्रत लेते हैं, बल्कि दोनों पक्षों के विस्तारित परिवार भी इसमें शामिल हो जाते हैं ।

खुशहाल शादीशुदा जिंदगी जैसा कुछ नहीं है, यह एक तरह से किसी प्रकल्प को हमेशा आगे बढने जैसा है। इसमें दैनिक आधार पर समीक्षा, प्रेरणा और समन्वय की जरूरत होती है।

शादीशुदा जिंदगी में परिवार और बाहर से निश्चित ही चुनौतिया आएगी और एक दुसरे के साथ रहते वक्त शांति बनाए रखने की जिम्मेदारी दोनो साथियों की बराबर की है।

ऐसे कौन से कारक हैं जो खुशहाल शादी की स्थिरता को प्रभावित करते हैं?

  • प्रेम और प्रतिबद्धता
  • इमानदारी और निःस्वार्थता
  • धीरज, स्वीकृति, आदर, दया
  • समय देने की इच्छा, सुनने के लिए तैयार रहना और प्रयास
  • इमानदारी और विश्वास
  • बातचीत, प्रशंसा करना और सकारात्मक संवाद

वैवाहिक जीवन में आमतौर पर कौनसी समस्याए आती है?

  1. पति और पत्नी के बीच गलतफहमी
  2. तलाक लेने का विचार
  3. ससुराल वालों के साथ गलतफहमी और झगड़े
  4. एक दुसरे के प्रति आदर ना होना
  5. परिवार में उदासी और दुःख

मानव गुरु के अनन्य ज्ञान अनुसार, लोगो को वैवाहिक जीवन में समस्याओं का सामना करना पडता है जब हर समय विश्व शक्ति हमारे आसपास रहने के बावजूद भी हमारा उससे संपर्क टूट जाता है।

क्या यह संभव है?

  • दम्पति के बीच गलतफहमियां दूर होना
  • तलाक से बचना
  • सास-ससूर से संबंधित गलतफहमियाँ दूर होना
  • एक दुसरे के प्रति आदरभाव रखना
  • घर में खुश और शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखना

हां, यह निश्चित रूप से संभव है!

जब पति-पत्नी विश्व शक्ति के साथ संपर्क स्थापित करते है तो उनके बीच की सारी समस्याएं आसानी से हल हो जाती हैं।

विश्व शक्ति क्या है?

सभी धर्म के शास्त्रो में भगवान के बारे में बताया है। वह एक ही है जो न तो बनाया जा सकता है और न ही नष्ट हो सकता है। वो पैदा नहीं हुआ और ना कभी उसकी मृत्यु होगी। वो सर्वोच्च है। भगवान हर जगह है लेकिन कोई उसे देख नहीं सकता।

इस विश्व में एक अद्वितीय शक्ति है जिसे हम विश्व शक्ति कहते है। यह विश्व शक्ति भी विश्व में हर जगह मौजूद है लेकिन हम उसे देख नहीं सकते।

भगवान और विश्व शक्ति की विशेषताएँ एक जैसी है। फिर हम भगवान को विश्व शक्ति क्यों नहीं कह सकते।

विश्व शक्ति चेतना शक्ति है जो सदा हमारे आसपास रहती है। हम विश्व शक्ति को अलग-अलग नामों से जानते है जैसे कि, ‘प्राणशक्ति’ या फिर ‘वैश्विक ऊर्जा’ आदि।

आप विश्व शक्ति के साथ कहां संपर्क में आ सकते है?

विश्व शक्ति के साथ संपर्क स्थापित करने के लिए मंदिर, मस्जिद, चर्च या अन्य किसी भी धार्मिक स्थल पर जाने की जरूरत नही है। आप जिस स्थान पर ज्यादा से ज्यादा समय व्यतीत करते हो वो स्थल महत्वपूर्ण होता है।

हम तकरीबन दिन के 10 से 12 घंटे हमारे घर में और 8 से 10 घंटे हमारे कार्यस्थल पर बिताते है यानी हम दिन के 24 घंटो में से 20 से 22 घंटे अपने घर और कार्यस्थल पर बिताते है इसलिए यह दोनो स्थल पर हम विश्व शक्ति से संपर्क बना सकते है।

आप विश्व शक्ति के संपर्क में कैसे आ सकते है?

मानव गुरु का अनन्य सरल वास्तु मार्गदर्शन आपको और आपके परिवार को विश्व शक्ति से संपर्क बनाने में मदद करेगा।

वर्ष 2000 से, लाखो परिवार इसका अनुभव ले रहे है और आनंदमय जीवन जी रहे है।

क्या इसका कोई वैज्ञानिक स्पष्टीकरण है?

विश्व शक्ति की विशेष कंपन तरंग होती है। ‘9’ यह अंक विश्व शक्ति का उच्च स्तरीय विशिष्ट कंपन तरंग है। हर व्यक्ति की अपनी उर्जा होती है जिसकी कुछ कंपन तरंग होती है। व्यक्ति जिस स्थान पर रहता है / कार्य करता है उसकी भी अपनी उर्जा होती है जिसकी कुछ कंपन तरंग होती है।

जब व्यक्ति और उसके घर/कार्यस्थल की कंपन तरंग विश्व शक्ति की कंपन तरंग के (अर्थात 9) संपर्क में आती है उसके बाद तुरंत ही विश्व शक्ति उस व्यक्ति के शरीर और घर में संचालित होती है। इसके परिणाम स्वरूप शरीर की अरबों कोशिकाओं को जब आवश्यकता होती है तब विश्व शक्ति की उन्हें आपुर्ति होती है।

अन्य शब्दो में कहा जाए तो जब विश्व शक्ति व्यक्ति के शरीर में संचालित होती है तब शरीर की अरबों कोशिकाओं को विश्व शक्ति की आपुर्ति होती है और यह शरीर की कोशिकाओं और अंगो को अधिकतम उर्जान्वित और क्रियाशील बनाने मे मदद करती है।

इसके परिणाम स्वरुप व्यक्ति शारीरिक, मानसिक, आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक दृष्टी से 9 से 180 दिनों में सकारात्मक बदलावों का अनुभव करने लगता है।

एकबार विश्व शक्ति से संपर्क बन जाता है, तो विश्व शक्ति कुछ इस तरह सकारात्मक परिणाम देना शुरु करेगी:

  1. पति-पत्नी के बीच की गलतफहमियाँ दूर होगी
  2. तलाक दर्ज करने का कोई कारण नहीं होगा या फिर जो मामला दर्ज किया गया है, तो सकारात्मक समाधान होगा और युगल सुलह कर लेंगे।
  3. सास-ससुर के साथ जो गलतफहमियाँ और झगडा है वो सुलझ जाएगा और घर में शांति और सदभाव रहेगा।
  4. एक दुसरे के प्रति आदरभाव बनेगा।
 मानव गुरु

मानव गुरु

अपने अनन्य सरल वास्तु ज्ञान के माध्यम से लाखो परिवारो की जिंदगी में 9 से 180 दिनो मे परिवर्तन लाया है।

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