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नागराजु

किसान, कर्नाटक

मैं एक किसान हूं और 35 वर्षों से रेशम उत्पादन के लिए रेशम कीट पालन कर रहा हूं। मैं सरसों जैसी कुछ अन्य फसलों की भी खेती करता हूं।

हम कम वर्षा वाले क्षेत्र में रहते हैं इसलिए फसलों की अच्छी उपज प्राप्त करना मुश्किल था। रेशम की खेती में भारी निवेश और देखभाल की आवश्यकता होती है। लेकिन मैंने इसमें जितना पैसा लगाया, उसके बदले में मुझे भारी नुकसान उठाना पड़ा क्योंकि रेशम के कीड़े, रेशम पैदा करने के लिए अपना विकास चक्र पूरा नहीं कर पा रहे थे।

दिन ब दिन हमारा परिवार गरीब होते जा रहा था। एक समय पर, हमारे पास खाना खाने के लिए पैसे भी नहीं थे। मैंने कर्ज लेना शुरू किया और दोस्तों और परिवार से भी पैसे उधार लिए। देखते ही देखते कर्ज का पहाड़ मेरे सामने खड़ा हो गया। जब भी मैं अपना रेशम का उत्पादन बाजार में बेचता था, तो मैं 5000, 10000 या 20000 रुपये ही मिलता, लेकिन वह पैसा पलक झपकते ही गायब हो जाता था। हर एक रुपया कर्ज चुकाने या कुछ अनपेक्षित खर्चों पर खर्च हो जाता था। जब भी मेहमान घर पर आते थे, मैं बहुत शर्मिंदा होता था क्योंकि मैं उनकी अच्छी खातिरदारी नहीं कर पाता था। यह हमारे परिवार के लिए भावनात्मक और सामाजिक तौर पर भी अपमानजनक था।

परिस्थिति इतनी बदतर हो गई कि मैंने सभी आशाओं को खो दिया था और आत्महत्या करना चाहता था। मुझे इस समस्या से बाहर निकलने का कोई रास्ता नज़र नहीं आ रहा था। तब मैंने सोचा कि अगर मैंने आत्महत्या कर ली तो लोग सोचेंगे कि मैं कायर हूं जो समस्या का सामना करने में सक्षम नहीं था और अपने परिवार को पीछे छोड़ते हुए अपनी जान दे दी। चिंतित और उदास, एक दिन मुझे मानव गुरु के अनन्य सरल वास्तु ज्ञान के बारे में पता चला। मैं टीवी पर मानवगुरु के भाषण से इतना प्रेरित हो चुका था कि मैंने तुरंत उनके अनन्य ज्ञान का पालन करने का फैसला किया और अपनाने के कुछ महीनों के अंदर, मेरे जीवन में सकारात्मक बदलाव आने लगे।

आश्चर्यजनक रूप से मेरी फसलों ने इस वर्ष बेहतर उपज दी और मैंने अच्छा मुनाफा कमाया। मेरी रेशम की खेती भी आगे बढ़ रही है और खेती से जुड़ी सभी समस्याएँ भी खत्म हो गयी हैं। मैंने बैंक से कर्जा लिया और अपने सभी उधार चुका दिए। अब मैं बैंक को एक निश्चित राशि का भुगतान करता हूं और मुझे इस बात की कोई चिंता नहीं हैं, क्योंकि मेरे खाते में हमेशा पैसा रहता है। मैं अच्छी मात्रा में पैसों की बचत कर सकता हूं और भविष्य के लिए भी अलग से रख सकता हूं। आज मुझे अपने घर आने वाले मेहमानों की चिंता नहीं है। मैं खुश हूं और घर पर 50 या 500 मेहमानों की खातिरदारी भी कर सकता हूँ। मैं और मेरा परिवार आज एक स्वस्थ, खुशहाल और समृद्ध जीवन जी रहे हैं।

हमारे देश में, किसानों की आर्थिक समस्याएं सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक हैं, विशेषकर कर्ज माफ करना। हर साल किसान की कर्ज चुकाने की असमर्थता के कारण सरकार से 1000 करोड़ों का कर्जा माफ करने का अनुरोध करते हैं। मेरे अनुभव के अनुसार, मुझे लगता है कि अगर हमारे देश का हर किसान मानव गुरु के अनन्य ज्ञान को अपनाएगा, तो कर्ज माफ करने की कोई जरूरत नहीं होगी, क्योंकि हर किसान कर्ज वापस करने में सक्षम हो जाएगा और आर्थिक स्थिरता भी हासिल कर पाएगा।

इसलिए मुझे लगता है कि सभी किसानों को मानव गुरु के अनन्य सरल वास्तु ज्ञान को अपनाना चाहिए और हमारे परिवार को आज जैसा अनुभव हो रहा है, वैसा ही आनंदमय जीवन का अनुभव लेना चाहिए। मानव गुरु श्री चंद्रशेखर गुरुजी भगवान की तरह हमारे जीवन में आए और हमारे बुरे समय में हमारा मार्गदर्शन किया। हम उनके बहुत आभारी हैं और हम तहे दिल से उनका धन्यवाद करते हैं।

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